शारदा ग्रुप के प्रतिष्ठित संस्थान हिन्दुस्तान कॉलेज ऑफ साइंस एण्डटेक्नोलॉजी के कैमीकल विभाग के अंतिम वर्ष के छात्रों सुमंत कुमार,षिवम सारस्वत, हार्दिक कुमार, आदित्य राघव एवं छात्रा रितिकृति अग्रवालने विभागाध्यक्ष श्री अनुराग बाजपेयी के मार्गदर्षन में इस प्रोजेक्ट को पूराकिया।प्रोजेक्ट के गाइड एवं विभाग के विभागाध्यक्ष श्री अनुराग बाजपेयीने छात्रों को बधाई एवं शुभकामनायें देते हुये बताया कि आगरा एवं मथुरामें प्रतिदिन क्विंटलों फूल का उपयोग मंदिरों एवं सभागारों में किया जाताहै। श्रद्धापूर्वक उपयोग किये गये यही फूल कुछ ही देर बाद लोगों के पैरोंसे कुचलते दिखायी देते हैं व इनके कारण मंदिरों के चारों ओर गंदगी एवंफिसलन का माहौल भी हो जाता है। इसी समस्या को ध्यान में रखतेहुये, हिन्दुस्तान कॉलेज के केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के अंतिम वर्ष केछात्रों ने इन फूलों से जैविक खाद्य बनाने का कार्य फाइनल प्रोजेक्ट केरूप में किया।प्रोजेक्ट में काम करने वाले छात्रों ने बताया कि इस प्रोजेक्ट केलिये उन्होंने उपयोग में लाये हुये फूलों, सूखे पत्तों, थोड़ी मिट्टी, दहीएवं गुड़ के पानी का उपयोग किया। इस प्रक्रिया के प्रथम चरण में फूलोंएवं सूखे पत्तों को लगभग 40 से 50 डिग्री तापमान पर 30 मिनट केलिए डंायर की सहायता से गर्म किया गया। उसके पश्चात् इनको एकप्लास्टिक के जार में चरणबद्ध तरीके से रखा गया। दही एवं गुड़ के पानीका उपयोग फर्मटेषन की प्रक्रिया को तेज करने के लिए किया गया। इसप्रयोग में पाया गया कि चार सप्ताह में जैविक खाद पूर्ण रूप से बनकरतैयार हो जाती है। तदपश्चात् इस जैविक खाद को प्रयोगषाला मेंविष्लेषण करने पर पाया गया कि इसमें प्रचुर मात्रा में सोडियम,फास्फोरस एवं पोटेषियम उपलब्ध है, जो कि किसी भी पेड़-पौधों केविकास के लिए आवष्यक है।छात्रों को इस उपलब्धि पर शारदा ग्रुप के वाईस चेयरमैन श्री वाई.के. गुप्ता एवं कार्यकारी उपाध्यक्ष प्रो. वी. के. शर्मा ने छात्र-छात्राओं कोबधाई एवं शुभकामनायें दी और कहा कि छात्रों को हमेषा समाज मेंउपस्थित समस्याओं के तकनीक समाधान के लिए हमेषा चिंतन करनाचाहिए। उन्होंने बताया कि संस्थान आने वाले समय में आस-पास केकिसानों को इस विधि से जैविक खाद्य के निर्माण का प्रषिक्षण देगा एवंउनको प्रोत्साहित किया जायेगा।संस्थान के निदेशक डॉ. राजीव कुमार उपाध्याय ने प्रोजेक्ट में कामकरने वाले सभी छात्रों एवं मार्गदर्षक श्री अनुराग बाजपेयी को बधाई एवंशुभकामना दते हुये बताया कि आजकल हम रसायनिक खाद्य का उपयोगकर उगायी गयी फल, सब्जियों एवं अनाजों के मानव शरीर पर होने वालेदुष्प्रभावों को आसानी से एवं बहुतायत में देख पा रहे हैं। इस कारण सेजैविक खाद्य के प्रचार एवं प्रसार की आवष्यकता है।यह तकनीक किसानों के लिए काफी मददगार साबित होगी। इसतकनीकी से किसान गुणवत्ता पूर्ण खाद्यान उत्पन्न कर सकेंगे और अपनीआमदनी को कई गुना बढ़ा सकते हैं।इस अवसर पर डीन फैकल्टी डॉ. हरेन्द्र सिंह, डीन स्टूडेंट वैलफेयरडॉ. संदीप अग्रवाल, डीन अकैडमिक श्री विजय कट्टा, संस्थान के समस्तविभागध्यक्ष व कैमीकल विभाग षिक्षक डॉ. संदीप वर्मा, श्री ललित बघेलएवं कर्मचारियों ने सभी छात्राओं को बधाई एवं शुभकामनायें दी।
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