शारदा ग्रुप के प्रतिष्ठित संस्थान हिन्दुस्तान कॉलेज ऑफसाइंस एण्ड टेक्नोलॉजी के इलैक्टंीकल एण्ड इलैक्टंोनिक्स विभागके अंतिम वर्ष के छात्रों अतुल कुमार और निषांत कुमार द्वाराउप-विभागाध्यक्ष एवं प्रोजेक्ट के गाइड डॉ. संजीव कुमार केमार्गदर्षन में एक प्रोजेक्ट ‘वायरलेस इलेक्टिंक वाहन चार्जिंग’बनाया गया।प्रोजेक्ट के गाइड डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि बिना तारोंके इलेक्टिंक वाहन का चार्जिंग (Wireless Charging of Electric Vehicle) एक उभरती हुई तकनीक है जो इलेक्टिंक वाहनों कोवायरलेस रूप से चार्ज करने की सुविधा प्रदान करती है। यहतकनीक टेस्ला कंपनी द्वारा प्रचलित की गई है और विभिन्न अन्यकंपनियों द्वारा विकसित और अमल में लाई जा रही है।वायरलेस चार्जिंग प्रणाली में, एक चार्जिंग पैड या चार्जिंगस्टेशन और वाहन में चार्जिंग को संचालित करने के लिए एकचार्जिंग पैड या चार्जिंग पॉइंट होता है। चार्जिंग पैड विद्युतीय ऊर्जाको उच्च आरोही विकेंद्रित चुंबकीय क्षेत्र में उत्पन्न करता है।इलेक्टिंक वाहन में स्थापित चार्जिंग पॉइंट पर पावर कनवरटरऔर चुंबकीय कोइल (Magnetic Coil) होते हैं जो चार्जिंग पैड द्वाराउत्पन्न विद्युतीय ऊर्जा को प्राप्त करते हैं और वाहन की बैटरी कोचार्ज करते हैं।विभाग की विभागाध्यक्षा डॉ. ऋचा कपूर ने बताया किप्रोजेक्ट में काम करने वाले सभी छात्रों को बधाई एवंशुभकामनायें देते हुये बताया कि वायरलेस चार्जिंग की यह नईप्रणाली इलेक्टिंक वाहन मालिकों के लिए कई लाभ प्रदान करतीहै। इलेक्टिंक वाहन उपयोगकर्ताओं को वाहन पार्क करके चार्जकरने की आवश्यकता नहीं होती है और उन्हें तार के साथ जुड़नेऔर अलग होने की चिंता नहीं करनी पड़ती है। यह उन्हें बढ़ीहुई आसानी और सुरक्षा प्रदान करता है। वाहन को सही स्थानपर पार्क करते ही वायरलेस चार्जिंग पैड खुद क्रियाशील होता हैऔर बैटरी को चार्ज करने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है।वायरलेस चार्जिंग प्रणाली चार्जिंग की कुशलता को सुनिश्चितकरने के लिए विशेष तकनीकों का उपयोग करती है। चार्जिंग पैडऔर वाहन के बीच उच्च गुणवत्ता वाले चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करनेके लिए प्रचुर विद्युतीय ऊर्जा का उपयोग किया जाता है। यह क्षेत्रचार्जिंग पॉइंट पर स्थापित चार्जिंग पैड से बैटरी तक विद्युतीय ऊर्जाको सटीकता से और अपूर्व कुशलता के साथ भेजता है। इसतरीके से बैटरी चार्जिंग की कुशलता में सुधार होता है औरचार्जिंग का समय कम होता है।शारदा ग्रुप के वाइस चेयरमैन श्री वाई के गुप्ता एवंकार्यकारी उपाध्यक्ष प्रो. वी.के. शर्मा ने दोनों छात्रों और उनकेमार्गदर्षक टीम को बधाई एवं शुभकामनायें दी।संस्थान के निदेषक डॉ. राजीव कुमार उपाध्याय ने इसप्रोजेक्ट में काम करने वाले दोनों छात्रों और उनके मार्गदर्षक टीमको बधाई देते हुये बताया कि वायरलेस चार्जिंग की अग्रणीतकनीक बनने के साथ-साथ इसकी उपयोगिता भी बढ़ती जा रहीहै। इलेक्टिंक वाहनों के चार्जिंग स्टेशनों के स्थापना का काम तेजगति से पूरे देष में चल रहा है। यह चार्जिंग स्टेशन विभिन्नस्थानों पर स्थापित किये जा रहे हैं, जिन्हें इलेक्टिंक वाहन मालिकचार्जिंग के लिए उपयोग कर सकते हैं। यह चार्जिंग स्टेशनसार्वजनिक स्थानों, आवासीय क्षेत्रों, व्यापारिक क्षेत्रों, पार्किंगचौपालों आदि में स्थापित हो सकते हैं। इस तरीके से इलेक्टिंकवाहन मालिकों को चार्जिंग के लिए विद्युतीय चार्जिंग इंफ्रास्टंक्चरकी सुविधा प्राप्त होती है और वे अपने वाहन को कहीं भीआसानी से चार्ज कर सकते हैं।इस अवसर पर संस्थान के डीन फैकल्टी डॉ. हरेन्द्र सिंह,डीन अकैडमिक श्री विजय कट्टा, इलैक्टंीकल विभाग के षिक्षकश्री अवनीष सिंह, श्री विवेक अग्रवाल, श्री विनीत कुमार, श्रीत्रिलोकी नाथ रावत, श्री विनीत सक्सैना, संस्थान के समस्तषिक्षक एवं कर्मचारियों ने इस प्रोजेक्ट में सफलता पाने वालेछात्रों को बधाई एवं शुभकामनायें दी।